गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को मार गिराया था. ये दोनों उमेश पाल हत्याकांड में वांटेड थे, और प्रत्येक पर 5 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस का कहना है कि उनके पास विदेशी हथियार मिले और एसटीएफ ने झांसी के पारीछा बांध के पास मुठभेड़ की.
कानून व्यवस्था के सहायक निदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि कोई रास्ते में काफिले पर हमला कर अतीक को बचाने की योजना बना रहा है. लिहाजा, काफिले में शामिल लोगों की सुरक्षा के लिए स्पेशल फोर्स तैनात की गई.
प्रयागराज कोर्ट में अतीक की पेशी जारी रही जब उसे पता चला कि उसका बेटा घायल हो गया है. समाचार सुनकर वह रोने लगा, और उसने पानी पीने के लिए कहा और दर्द से अपना सिर पकड़ कर बैठ गया.
24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद से असद और गुलाम मोहम्मद फरार चल रहे थे. पुलिस ने 48 दिनों तक उनका पीछा किया और आखिरकार 10 मार्च को झांसी में उनकी लोकेशन मिलने के बाद उन्हें मार गिराया. मुठभेड़ का नेतृत्व करने वाले पुलिस अधिकारी डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल हैं.
STF के DIG अनंत देव तिवारी ने प्रेस वालों को बताया कि उमेश पाल की गोली मारकर हत्या करने वाले असद और गुलाम मोहम्मद ने पुलिस को देखकर बाइक से भागने की कोशिश की. एसटीएफ़ ने संदिग्धों का पीछा किया और इस पर दोनों ने एसटीएफ़ पर आधुनिक हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी. गोली लगने से बाइक सवार अपराधी गिर गए और उन्होने फिर टीम पर हमला बोल दिया, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई के दौरान दोनों की मौत हो गई. करीब 30 मिनट तक चली गोलीबारी के दौरान 49 राउंड गोलियां चलीं.
सरकार माफियाओं को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा- सरकार की अपराध और अपराधियों, माफियाओं को खत्म करने की जो प्रतिबद्धता है, वो आप जानते हैं. सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. 12.30 से 1.00 बजे के बीच सूचना के आधार पर कुछ लोगों को रोका गया तो दोनों तरफ से गोलियां चलीं. उस ऑपरेशन में एसटीएफ ने असद और गुलाम पर फायरिंग की. ये घायल हुए और बाद में दम तोड़ दिया.
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